अगस्त 2025 की शुरुआत भारतीय वित्तीय बाज़ारों के लिए उतार-चढ़ाव भरी रही, जहाँ वैश्विक व्यापार तनाव और नए घरेलू नियमों ने ख़बरों को प्रभावित किया। शुक्रवार, 1 अगस्त, 2025 की पाँच सबसे बड़ी वित्तीय खबरें यहाँ दी गई हैं।
1. अमेरिकी टैरिफ के डर से भारतीय बाज़ार लुढ़के
आज भारतीय शेयर बाज़ार के प्रमुख इंडेक्स, BSE सेंसेक्स और निफ्टी 50, अमेरिकी व्यापार तनाव बढ़ने के कारण भारी गिरावट के साथ बंद हुए। सेंसेक्स 580 अंक से ज़्यादा गिरा, जबकि निफ्टी 24,600 के स्तर से नीचे फिसल गया। इस गिरावट का कारण अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारतीय सामानों पर 25% “पारस्परिक टैरिफ” लागू करने की घोषणा रही। विश्लेषकों का मानना है कि इस मामले में बातचीत की गुंजाइश हो सकती है, लेकिन बाज़ार की तत्काल प्रतिक्रिया अनिश्चितता भरी रही, जिससे मेटल, आईटी और टेलीकम्युनिकेशन जैसे सेक्टरों में भारी नुकसान हुआ। विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने भी अपनी बिकवाली जारी रखी, जिससे नकारात्मक माहौल और बढ़ गया।
2. UPI के नए नियम लागू, सिस्टम होगा बेहतर
आज से यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) सिस्टम के लिए भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) के कई नए दिशा-निर्देश लागू हो गए हैं। सिस्टम के लोड को मैनेज करने और कार्यक्षमता बढ़ाने के लिए, अब प्रति ऐप प्रतिदिन बैलेंस इंक्वायरी की सीमा 50 कर दी गई है। इसके अलावा, UPI ऐप्स को अब हर सफल लेनदेन के कन्फर्मेशन मैसेज में उपलब्ध खाते का बैलेंस दिखाना होगा, जिससे बार-बार बैलेंस चेक करने की ज़रूरत कम हो जाएगी। साथ ही, UPI ऑटोपे की सभी प्रक्रियाएं अब ऑफ-पीक घंटों के दौरान होंगी, जिसका मकसद व्यस्त समय में सिस्टम पर पड़ने वाले दबाव को कम करना है।
3. अडानी पावर शेयर विभाजन पर कर रही विचार
अडानी पावर ने आज घोषणा की कि उसके निदेशक मंडल (Board of Directors) शेयर विभाजन (Stock Split) के प्रस्ताव पर विचार करेगा। कंपनी 10 रुपये के फेस वैल्यू वाले अपने मौजूदा इक्विटी शेयरों के उप-विभाजन का मूल्यांकन कर रही है। इस खबर का उद्देश्य शेयरों को छोटे निवेशकों के लिए अधिक किफायती और सुलभ बनाना है, जिसका बाज़ार में सकारात्मक असर देखने को मिला। घोषणा के बाद अडानी पावर के शेयर में 2% से ज़्यादा की बढ़ोतरी हुई। यदि इस प्रस्ताव को मंजूरी मिलती है, तो यह कंपनी का पहला स्टॉक स्प्लिट होगा, जिससे ट्रेडिंग वॉल्यूम और बाज़ार में लिक्विडिटी बढ़ सकती है।
4. मैन्युफैक्चरिंग PMI 16 महीने के उच्चतम स्तर पर
एक सकारात्मक आर्थिक ख़बर में, जुलाई में भारत का परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (PMI) मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर के लिए बढ़कर 59.1 हो गया, जो 16 महीने का उच्चतम स्तर है। यह तेज़ वृद्धि नए ऑर्डरों और उत्पादन में बढ़ोतरी के कारण हुई, जो मज़बूत मांग का संकेत देती है। हालांकि व्यावसायिक विश्वास में थोड़ी कमी आई है, फिर भी यह डेटा एक मज़बूत और विस्तारित होते मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की ओर इशारा करता है, जो भारत की आर्थिक रिकवरी और विकास का एक प्रमुख स्तंभ है। यह रिपोर्ट बाज़ार की मौजूदा अस्थिरता के बीच एक ज़रूरी सकारात्मक संकेत देती है।
5. PNB हाउसिंग फाइनेंस के CEO का इस्तीफ़ा
एक महत्वपूर्ण कॉर्पोरेट डेवलपमेंट में, PNB हाउसिंग फाइनेंस के CEO, गिरीश कौसगी ने व्यक्तिगत कारणों से इस्तीफ़ा दे दिया है। इस घोषणा के बाद कंपनी के शेयर में 17% से ज़्यादा की गिरावट आई, जिससे नेतृत्व परिवर्तन को लेकर निवेशकों की चिंताएं बढ़ गईं। इसी तरह की अन्य कॉर्पोरेट खबरों में, सन फार्मा ने जून तिमाही में अपने शुद्ध लाभ में 20% की सालाना गिरावट दर्ज की, जबकि ITC ने राजस्व में 15% की वृद्धि के बावजूद शुद्ध लाभ को स्थिर बताया। ये मिश्रित कॉर्पोरेट कमाई रिपोर्ट दिखाती हैं कि मौजूदा आर्थिक माहौल में अलग-अलग सेक्टरों का प्रदर्शन भिन्न-भिन्न रहा है।